वाराणसी। बीएचयू के जंतु विज्ञान विभाग के पूर्व अध्यक्ष और राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी के वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रो. महेंत्र कुमार ठाकुर को डॉ. वीके आनंद ओरेशन अवार्ड से सम्मानित किया गया है।
भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अंतर्गत राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान अकादमी (नाम्स) चिकित्सा और जैव चिकित्सा वैज्ञानिकों की एक प्रतिष्ठित संस्था है। यह संस्था प्रतिवर्ष तंत्रिका विज्ञान क्षेत्र में विशिष्ट अनुसंधान के आधार पर एक वैज्ञानिक का चयन डॉ. वीके आनन्द ओरेशन आवार्ड के लिए करती है।
अवार्ड समारोह का आयोजन नई दिल्ली के नाम्स सभागार में किया गया, जिसमें प्रो. ठाकुर को अवार्ड प्रदान किया गया। इस अवसर पर प्रो. ठाकुर ने पद्मश्री डॉ. वीके आनन्द को न्यूरोफिजियोलॉजी क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए याद किया और संक्षिप्त में अपने वर्तमान शोधकार्य के परिणाम को साझा किया।
वर्तमान में प्रो. ठाकुर जंतु विज्ञान विभाग में चिकित्सा विज्ञान संस्थान के न्यूरोलॉजी और जीरियाट्रिक मेडिसीन विभाग के चिकित्सकों और शोध छात्रों के साथ भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद् द्वारा मंजूर परियोजना पर काम कर रहे हैं। उन्होंने बुजुर्गों में यादाद्श्त की कमी की समस्या पर चिंता जताई और इसे एपिजेनेटिक्स शोध की सहायता से रोकने की विधि को विस्तार से समझाया। यह शोध भविष्य में अल्जाइमर डिमेंशिया के उपचार में उपयोगी है। व्याख्यान के बाद भारत के उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति एनवी रमना ने प्रो. ठाकुर को गोल्ड मेडल और प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया।