वाराणसी। बीएचयू के भूविज्ञान विभाग में कार्यरत प्रो. एनवी चलपति राव को भारतीय भूभौतिकीय संघ की ओर से वर्ष 2022 के लिए प्रतिष्ठित दशकीय पुरस्कार के लिए नामित किया गया है। प्रो. राव को डीप मेंटल पेट्रोलॉजी में अध्ययन व शिक्षण कि दिशा में उत्कृष्ट योगदान तथा भारतीय उपमहाद्वीपीय लिथोस्फेरिक मेंटल के विकास को समझने में योगदान के लिए इस पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है। यह पुरस्कार भारत के भूमि या अपतटीय क्षेत्र में पृथ्वी विज्ञान में उत्कृष्ट योगदान के लिए 60 वर्ष से कम आयु के एक मेधावी वैज्ञानिक को प्रतिवर्ष दिया जाता है।
प्रो. राव ने 130 शोध पत्र प्रकाशित किए हैं तथा वह भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी (एफएनए) व भारतीय विज्ञान अकादमी (एफएएससी) के फेलो हैं। उन्हें अलेक्जेंडर वॉन हंबोल्ट फेलो (जर्मनी), कैम्ब्रिज-नेहरू स्कॉलर तथा कई अन्य पुरस्कार व सम्मान प्राप्त हुए हैं। इनमें राष्ट्रीय खनिज पुरस्कार (खान मंत्रालय) हैं। उन्हे अनुसंधान में उत्कृष्टता के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार (पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय) आदि शामिल हैं। उन्होंने 15 पीएचडी छात्रों को निर्देशित किया है व 50 से अधिक परास्नातक छात्रों को उनके शोध प्रस्ताव व कार्य के लिए मार्गदर्शन किया है। उन्होंने बीएचयू में पीआई के रूप में अपने स्वयं के अनुदान से ईपीएमए और एसईएम प्रयोगशालाएं भी स्थापित की हैं जो देश भर में प्रसिद्ध हैं।