वाराणसी। बीएचयू के कला संकाय के एनी बेसेंट हॉल तीन सितम्बर को दिन में तीन बजे साहित्यकार प्रो. नामवर सिंह के कक्षा-व्याख्यानों पर आधारित पुस्तक ‘पाश्चात्य आलोचक और आलोचना’ का लोकार्पण किया जाएगा।

यह पहली पुस्तक है, जिसके सहारे वे लोग भी नामवर सिंह की विख्यात अध्यापन-कला का अहसास कर सकते हैं, जिन्हें उनका विद्यार्थी होने का सौभाग्य नहीं मिला। इस पुस्तक पर केन्द्रित चर्चा में वाणी प्रकाशन ग्रुप के चेयरमैन एवं प्रबन्ध निदेशक अरुण माहेश्वरी भी उपस्थित रहेंगे। अध्यक्षता कला संकाय प्रमुख एवं अध्यक्ष हिन्दी विभाग प्रो. विजय बहादुर सिंह करेंगे।
इस पुस्तक के सम्पादक प्रो. राजकुमार, उदयभान दुबे, आकांक्षा बरनवाल के वक्तव्य के अतिरिक्त अंग्रेजी विभाग के प्रो. संजय कुमार का बीज वक्तव्य होगा। डॉ. राम सुधार सिंह, डॉ. वन्दना चौबे, डॉ. संजय श्रीवास्तव भी इस पुस्तक के बारे में विचार व्यक्त करेंगे। सुप्रिया मिश्र ‘नामवर की दृष्टि में मुक्तिबोध’ पर, चन्दन यादव ‘पन्नो पर कुछ दिन’ पर, मधु यादव ‘सख़ुनतकिया’ पर और सव्यसाची मिश्र ‘पाश्चात्य आलोचक और आलोचना’ पर अपने विचार व्यक्त करेंगे।