अंतर छात्रावास खेल, साहित्य व संस्कृति महोत्सव
वाराणसी। बीएचयू के सरदार वल्लभ भाई पटेल छात्रावास में विश्वविद्यालय के 108वें स्थापना दिवस बीते एक सप्ताह से आयोजित हो रहे अंतर छात्रावास खेल, साहित्य व संस्कृति महोत्सव का समापन छात्रावास के नवीन ‘वाग्देवी सभागार’ में पुरस्कार वितरण के साथ संपन्न हुआ।
सरदार वल्लभभाई पटेल छात्रावास में आयोजित हुए इस युवा महोत्सव में विश्वविद्यालय के विभिन्न छात्रावासों के सैकड़ों छात्र छात्राओं ने भाग लिया। खेलों में वॉलीबॉल के टीम मैच व बैडमिंटन के एकल एवं युगल मैच हुए। जिनमें महिला एवं पुरुष टीमों ने भाग लिया। इन खेलों में विद्यार्थियों ने अपने दमखम का परिचय देते हुए उत्कृष्ट खेल भावना का प्रदर्शन किया। इस पूरे आयोजन की खास बात यह रही कि पुरुषों के छात्रावास में आयोजित होते हुए भी इसमें बड़ी संख्या में महिला छात्रावासों की अंत:वासी लड़कियों ने प्रतिभाग किया।

समापन के अवसर पर विभिन्न खेल व साहित्यिक गतिविधियों के विजेताओं को विश्वविद्यालय के संयुक्त कुलसचिव एवं ‘काशी मंथन’ के संयोजक डॉ. मयंक नारायण सिंह ने स्मृति चिन्ह एवं प्रमाण पत्र भेंट कर सम्मानित किया।
खेलों में पुरुष वर्ग के वॉलीबॉल मुकाबले में ब्रोचा हॉस्टल को प्रथम पुरस्कार भगवानदास छात्रावास को द्वितीय पुरस्कार मिला। महिला वर्ग के वॉलीबॉल मुकाबले में त्रिवेणी छात्रावास को प्रथम पुरस्कार एवं स्वस्ति कुंज हॉस्टल (एम.एम.वी.) को द्वितीय पुरस्कार मिला। बैडमिंटन खेलों में पुरुष वर्ग के एकल मुकाबले में गुर्टू हॉस्टल के हिमांशु कुमार को प्रथम पुरस्कार एवं भगवान दास हॉस्टल के संजय कुमार को द्वितीय पुरस्कार प्राप्त हुआ। पुरुष वर्ग के बैडमिंटन युगल मुकाबले में अय्यर हॉस्टल के रवि और साकिब को प्रथम पुरस्कार एवं एल.बी.एस. हॉस्टल के शशांक एवं हर्षित को द्वितीय पुरस्कार प्राप्त हुआ।
महिला वर्ग के बैडमिंटन एकल मुकाबले में न्यू पीएचडी गर्ल्स हॉस्टल की कीर्ति खन्ना को प्रथम पुरस्कार व त्रिवेणी हॉस्टल (गोदावरी) की नूतन को द्वितीय पुरस्कार प्राप्त हुआ। महिला वर्ग के युगल बैडमिंटन मुकाबले में प्रथम पुरस्कार त्रिवेणी हॉस्टल (गोदावरी) की नूतन एवं सरोज को व द्वितीय पुरस्कार न्यू पीएचडी गर्ल्स हॉस्टल की कीर्ति खन्ना एवं ईशा को प्राप्त हुआ।

साहित्यिक एवं सांस्कृतिक आयोजनों के क्रम में कविता पाठ में मूना देवी छात्रावास के कृष्णकांत को प्रथम पुरस्कार, सरदार वल्लभभाई पटेल छात्रावास के नीरज कुमार को द्वितीय पुरस्कार व भारतेंदु हरिश्चंद्र छात्रावास की महिमा डिडवानिया एवं बिरला ‘ए’ हॉस्टल के अभिजीत को तृतीय पुरस्कार प्राप्त हुआ। क्विज प्रतियोगिता में ब्रोचा हॉस्टल के अभिषेक आलोक को प्रथम, डालमिया हॉस्टल के सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठी को द्वितीय एवं ए.एन.डी. हॉस्टल के विसाकन को तृतीय पुरस्कार प्राप्त हुआ। एकल भाषण प्रतियोगिता में रामकृष्ण हॉस्टल के उत्कर्ष गौड़ को प्रथम पुरस्कार, कामकाजी महिला छात्रावास की खुशी त्रिपाठी को द्वितीय पुरस्कार एवं भगवानदास हॉस्टल के आदित्य राज गौतम को तृतीय पुरस्कार प्राप्त हुआ।
निबंध लेखन प्रतियोगिता में ए.एन.डी. हॉस्टल के दिव्यांश द्विवेदी को प्रथम पुरस्कार, भारतेंदु हरिश्चंद्र छात्रावास की महिमा डिडवानिया को द्वितीय पुरस्कार एवं ब्रोचा हॉस्टल के आशीष अधिकारी को तृतीय पुरस्कार प्राप्त हुआ। वाद-विवाद प्रतियोगिता में मूना देवी छात्रावास के शुभम कुमार साह को प्रथम पुरस्कार, कामकाजी महिला छात्रावास की खुशी त्रिपाठी को द्वितीय पुरस्कार, ए. एन. डी. हॉस्टल के आदित्य सिंह एवं एल. बी. एस. हॉस्टल के शुभम को संयुक्त रूप से तृतीय पुरस्कार प्राप्त हुआ।
आयोजन के पीछे लगे एवं अपने श्रमसाधना से सरदार वल्लभ भाई पटेल छात्रावास को आदर्श छात्रावास के रूप में स्थापित करने वाले छात्रावास के कर्मचारियों प्रसिद्धि नारायण, रामानंद साहू, अंकित कुमार, विजय पाठक, गुरुप्रसाद, श्रीनाथ राम, अखिलेश, ओमप्रकाश एवं हीरालाल को प्रशस्ति पत्र एवं शॉल देकर सम्मानित किया गया। इनके अलावा विभिन्न प्रतियोगिताओं के निर्णायकों डॉ. कनुप्रिया, डॉ. विवेक कुमार सिंह, डॉ.शिवलोचन शांडिल्य, डॉ. एहसान हसन, डॉ. उदयन बनर्जी आदि को भी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. मयंक नारायण सिंह ने कहा कि जीवन में सफलता प्राप्त करने हेतु अनुशासन बहुत ही जरूरी है। इस पूरे आयोजन विद्यार्थियों का अनुशासन देख मैं यह बात कह सकता हूँ कि इन्हें सफलता प्राप्त करने से कोई नहीं रोक सकता। कार्यक्रम में अपनी बात रखते हुए त्रिवेणी छात्रावास की अंत:वासी छात्रा नूतन ने कहा कि इस आयोजन में शामिल होने के पहले मुझे बिल्कुल भी अंदाज़ा नहीं था कि हमें लड़कों के छात्रावास में इतना बेहतर माहौल मिलेगा।
कार्यक्रम का संचालन कर रहे छात्रावास के प्रशासनिक संरक्षक डॉ. धीरेन्द्र कुमार राय ने कहा कि खेल, साहित्यिक एवं शैक्षणिक कार्यक्रमों को आयोजित करने के पीछे का उद्देश्य विभिन्न छात्रावासों के छात्र-छात्राओं के बीच बेहतर समन्वय बनाना था। हमें ख़ुशी है कि हमारे इस प्रयास को प्रतिभागियों से लेकर निर्णायकों एवं दर्शकों सभी ने सराहा। निश्चित ही यह आयोजन भविष्य में ऐसे कई आयोजनों के लिए द्वार खोलेगा एवं काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के परिवेश को बेहतर बनाने का माध्यम बनेगा। इस अवसर पर धन्यवाद ज्ञापन छात्रावास के संरक्षक डॉ. शैलेन्द्र कुमार सिंह ने किया।