वाराणसी। छात्र नेतृत्व और जीवन कौशल विकास पहल के लिए बीएचयू के महिला महाविद्यालय में 17 से 31 जनवरी तक नृत्य पर पंद्रह दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यशाला का नाम “नृत्यशाला” रखा गया है।
कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य नृत्य के जरिए व्यक्तित्व का विकास करना है। ऐसा माना जाता है कि नृत्य भावनाओं को व्यक्त करने का एक सुंदर तरीका है, जो शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से अद्भुत और ऊर्जावान बनाता है। प्रत्येक नृत्य रूप एक नई संस्कृति का परिचायक है और स्वयं को अभिव्यक्त करने में मदद करता है। यह सबसे अच्छी मनोरंजक गतिविधियों में से एक है, जो सहनशक्ति के निर्माण में भी सहायक है। यह आत्मविश्वास और आत्म-अनुशासन बनाता है क्योंकि यह आत्म-सम्मान बढ़ाता है और सामाजिक कौशल में सुधार करता है।
छात्र नेतृत्व और जीवन कौशल विकास पहल कार्यक्रम की शुरुआत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने महाविद्यालय की छात्राओं में नेतृत्व विकास एवं आवश्यक जीवन कौशलों को सीखने सीखने के लिए की है।
महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. इनु मेहता ने बताया की महाविद्यालय छात्राओं में सर्वागीण विकास के लिए दृढ़ संकल्प के साथ कार्य करता है। कॉलेज की पूरी टीम यही प्रयास करती है की शिक्षा के साथ वास्तविक जीवन के लिए भी छात्राओं को तैयार किया जाये। इस पहल के अंतर्गत अब तक लगभग चालीस से भी अधिक कार्यक्रम एवं कार्यशालाएं आयोजित करवाई जा चुकी है जिनमें से आत्म रक्षा, थिएटर, संचार में भाषा का योगदान, इंटरव्यू कौशल, क्रिएटिविटी इत्यादि प्रमुख है !
छात्राएं बहुत ही उत्साह से छात्र नेतृत्व और जीवन कौशल विकास पहल कार्यशालाओं में भाग ले रही है। अब तक लगभग 700 छात्राएं इन कार्यशालाओं का लाभ ले चुकी है।