वाराणसी। फार्ड फाउंडेशन व भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, वाराणसी द्वारा संचालित बायोटेक किसान परियोजना के अंतर्गत शनिवार को चंदौली जनपद के धानापुर ब्लॉक के ग्राम़-पोस्ट, खड़ान विकास खण्ड-धानापुर, चंदौली (बाबा परमहंस जूनियर हाईस्कूल के प्रांगण में) के शिवनंदम फार्मर्स प्रोड्यूसर्स कंपनी के तत्वावधान में विशाल किसान मेला एवं कृषि प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।
इस मेले में राष्ट्रीय स्तर के वैज्ञानिक, निति नियंताओं ने किसानों को फसल एवं सब्जी उत्पादन पशुपालन उन्नत कृषि उपकरण एवं कृषि बाजार आदि सम्बन्धी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की। किसान मेले के मुख्य अतिथि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली के उपमहानिदेशक प्रसार डाॅ. यूएस गौतम, ख्याति प्राप्त कृषि वैज्ञानिक व बीएचयू के पूर्व कुलपति डाॅ. पंजाब सिंह के अलावा आचार्य नरेन्द्र देव कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय फैजाबाद के कुलपति प्रो. बिजेन्दर सिंह, अन्तर्राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान के निदेशक डाॅ0 सुधांशू सिंह, मालवाॅचल विश्वविद्यालय इन्दौर, मप्र के कुलाधिपति सुनील सिंह, कृषि विज्ञान संस्थान, बीएचयू के पूर्व निदेशक प्रो. शिवराज सिंह, पूर्व डीन प्रो. ऋषि मुनी सिंह, कृषि विभाग चन्दौली के उपनिदेशक बसंत दुबे आदि मौजूद थे।
किसान मेले के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि डाॅ. यूएस गौतम ने कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में फसलों को मूल्यवर्धित (वैल्यू एडीशन) करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि किसान बाजार के अनुरूप जलवायु परिवर्तन को ध्यान में रखकर फसल उत्पादन करें ताकि उत्पादों को बाजार मिल सके तथा उन्हें अच्छी तरह से निर्यात किया जा सके। उन्होंने कहा कि कृषि में समृद्धि लाने के लिए युवाओं को सोच बदलनी होगी। डाॉ. गौतम ने कहा कि किस्म का बदलाव, बीज का बदलाव तथा तकनीकी का बदलाव करेगे तभी उत्पादन बढ़ेगा।
अध्यक्षता कर रहे रानी लक्ष्मी बाई केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय झाॅसी के कुलाधिपति एवं बीएचयू के पूर्व कुलपति तथा जाने माने कृषि वैज्ञानिक डाॅ. पंजाब सिंह ने कहा कि किसान वैश्विक बाजार की मांग के अनुसार ही फसल उगाएं। उन्होंने कहा कि फार्ड फाउण्डेशन किसानों को वैज्ञानिक मंच, नीतिगत सहयेाग एवं बाजार से जोड़ने के लिए सदैव तत्पर हैं। उन्होंने युवाओं से हिम्मत जुटाकर कृषि एवं उद्यमिता में मन लगाकर कार्य करने को कहा। महिलाओं एवं युवाओं की कृषि में भागीदारी को भी उन्होंने आवश्यक बताया।

इस अवसर पर किसान उत्पादक संगठनों के प्रतिनिधियों खासकर रमेश सिंह, तथा अजय सिंह आदि के अलावा अलावा फार्ड फाउण्डेशन से सम्बन्धित दशरथ सिंह, डाॅ. उमेश सिंह, एवं संतोष सिंह, आदि ने अतिथियों को स्मृति चिह्न एवं अंग वस्त्रम भेंट किया। इस मौके पर डाॅ. पंजाब सिंह को विशेष स्मृति चिह्न भेंटकर उनका सम्मान किया।
कार्यक्रम में बीएचयू के कृषि वैज्ञानिक प्रो. रामकुमार सिंह, प्रो. आरके सिंह, प्रो. राकेश सिंह के अलावा कृषि वैज्ञानिक चन्दौली के प्रभारी डाॅ. एसपी सिंह ने अपने विचार रखे। अन्तर्राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों ने ड्रोन के माध्यम से फसलों में दवाओं के एवं उर्वरकों के छिड़काव का जीवंत प्रदर्शन किया। इस अवसर पर प्रदर्शनी में महिला कृषकों ने भी अपने उत्पादों को दिखाया। प्रदर्शनी में विभिन्न स्टालों के माध्यम से कृषि की उन्नति दिखाई गयी। किसान मेले में बड़ी संख्या में महिला एवं पुरुष कृषक मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिक डाॅ. नीरज सिंह एवं धन्यवाद ज्ञापन प्रो. शिवराज सिंह ने किया।