वाराणसी। बीएचयू के चिकित्सा विज्ञान संस्थान के बाल शल्य विभाग में मंगलवार को लाइव ऑपरेटिव वर्कशॉप का आयोजन किया गया। बाल शल्य विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. वैभव पांडेय ने बताया के इस वर्कशॉप में मुंबई के लीलावती हॉस्पिटल से आये डॉ. राजीव रेडकर ने दो अत्यंत जटिल ऑपरेशन किए।
डॉ. पांडेय ने बताया की बीएचयू के टेलीमीडिसिन डिपार्टमेंट के सहयोग से इन ऑपरेशन को भारत के 50 अन्य मेडिकल कॉलेज में लाइव प्रदर्शित किया गया तथा इस कार्यक्रम में देश के बाहर से भी अन्य डॉक्टरों ने भाग लिया। इस तरह का यह पहला आयोजन था।
डॉ. राजीव रेडकर ने बताया कि ऑपरेशन में दोनों बच्ची की पित्त की नली जन्मजात नहीं बनी थी तथा उनको आंतों से बनाया गया।इस दोनों ऑपरेशन में लगभग 6 घंटे लगे।ऑपरेशन करने वाली टीम में 10 से ज़्यादा डॉक्टरों ने हिस्सा लिया।
इस अवसर पर सर सुंदरलाल हॉस्पिटल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रो. केके गुप्ता ने बताया की किस तरह से हॉस्पिटल व बाल शल्य विभाग के नवीनीक़रण से इस प्रकार की जटिल सर्जरी और भी सहजता से आगे की जा सकेगी तथा हॉस्पिटल में सप्लाई की जा रही दवाओं से रोगों का इलाज बेहतर व सस्ता हो रहा है।
कार्यशाला में पद्मश्री डॉ. सरोज चूड़ामणि गोपाल ने बताया कि इस प्रकार के आयोजनों से मरीज़ के भले के साथ डॉक्टरों की ट्रेनिंग भी बेहतर होती है। डॉ. अजय गंगोपाध्याय ने बताया कि पिछले 6 महीनों में ऐसे और भी आयोजन किए गए हैं तथा बीएचयू को और आगे बढ़ाने के लिए इस तरह के आयोजन आगे भी किए जाएंगे।