वाराणसी। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर मंगलवार को बीएचयू के वैदिक विज्ञान केंद्र में योगाभ्यास किया गया। यहां आयोजित तीन दिन की कार्यशाला के दूसरे दिन मुख्य अतिथि आईआईटी बीएचयू के पूर्व निदेशक प्रो. धनंजय पांडेय ने कहा कि यम-नियम के आधार पर योग के फल की प्राप्ति होती है।
प्रो. पांडेय ने कहा कि योग और निरोग का आपसी सम्बन्ध है। स्वास्थ्य में सिर्फ शारीरिक स्वास्थ्य नहीं चेतना से जुड़ा हुआ व्यक्ति ही पूर्ण स्वस्थ होता है, इसलिए आहार-विहार का संयम आवश्यक है। विशिष्ट अतिथि कृषि विज्ञान संस्थान के प्रो. जयप्रकाश लाल ने कहा कि शिव से बड़ा कोई योगी नहीं है और आहार-विहार के समन्वय से शारीरिक व्याधियों का अन्त सम्भव है।
केंद्र के समन्वयक प्रो. उपेंद्र कुमार त्रिपाठी ने अतिथियों का स्वागत किया तथा सभी प्रतिभागी एवं शिक्षकगणां को योग को अपने जीवन में आत्मसात् करने का आह्वान करते हुए उत्तम स्वास्थ्य हेतु नियमित योगाभ्यास पर बल दिया। विधि संकाय के डॉ. अनूप कुमार पांडेय ने कार्यक्रम का संचालन किया और डॉ. केशरीनंदन शर्मा ने आभार व्यक्त किया।
योगाचार्य रितेश दूबे, स्मृति नायक, मोहित पाण्डेय एवं अन्जना त्रिपाठी ने 200 विद्यार्थियों को योगाभ्यास कराया एवं योग सहायक रजनी सिंह, पूजा सिंह, अमन वर्मा, रचित शुक्ल, आशुतोष पाण्डेय ने प्रतिभागियों को योगाभ्यास में सहयोग किया।
इस अवसर पर प्रो. राजकुमार मिश्रा, प्रो. सुमन जैन, प्रो. मृत्युंजय देव पाण्डेय, प्रो. मधुमिता भट्टाचार्या, डॉ. श्रवण कुमार शुक्ला, प्रो. प्रभाकर उपाध्याय, डॉ. कृष्ण मुरारी त्रिपाठी, डॉ. एसएल मौर्या, कृष्ण अवतार अग्रवाल, विश्वविद्यालय के विभिन्न संकायों के शिक्षकगण, छात्र-छात्राएं तथा वैदिक विज्ञान केन्द्र के कर्मचारीगण उपस्थित रहे।