वाराणसी। बीएचयू के कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने कहा कि विश्वविद्यालय की तरक्की में अफसरों और गैर शिक्षण कर्मचारियों का भी बराबर योगदान होता है। अगर शिक्षक बेहतर छात्र निकालते हैं, तो अधिकारियों और गैर शिक्षण कर्मचारियों को भी अपनी क्षमता और दक्षता बढ़ाकर काम करना होगा।
कुलपति ने शनिवार को अधकारियों और गैर शिक्षण कर्मचारियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा, मैं अपेक्षा करता हूं कि आप सभी विश्वविद्यालय के प्रति पूरा समर्पण, पारदर्शिता और सामूहिकता दिखाएंगे। विश्वविद्यालय में पावर गेम बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि गैर शिक्षण कर्मचारियों गैर शिक्षण कर्मचारियों के लिए अवसर किस तरह बढ़ाए जाएं, इस बारे में विश्विवद्यालय आवश्यक कदम उठाएगा।
पिछले एक दशक में यह पहला अवसर है, जब वाइसचांसलर ने अधिकारियों और गैर शिक्षण कर्मचारियों से सीधी बात की। कुलपति ने इसमें स्पष्ट संदेश दिया कि विश्वविद्यालय की तरक्की में जितनी जिम्मेदारी शिक्षकों की है, उतनी ही गैर शिक्षण कर्मचारियों और अधिकारियों की भी है। इन दोनों को कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ना होगा। आपसी तालमेल, विश्वास और काम करने की उत्कंठा ही विश्वविद्यालय को तरक्की के रास्ते पर ले जाएगी। कुलपति ने विभिन्न इकाइयों के बीच बेहतर समन्वय और तालमेल बनाकर काम करने को कहा।
कुलपति ने कर्मचारियों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि जो पूरी ईमानदारी, सहयोग की भावना के साथ काम करता है, वही सही मायने में विश्वविद्यालय परिवार का सदस्य है। काम को लटकाना या उसमें अड़ंगा डालने वाला परिवार का सच्चा सदस्य नहीं हो सकता।
ज्वाइंट रजिस्ट्रार, एडमिन (गैर शिक्षण) डॉ.मयंक नारायण सिंह ने इस सत्र का संचालन किया। रेक्टर प्रो. वीके शुक्ल ने स्वागत किया। रजिस्ट्रार प्रो. अरुण कुमार सिंह ने आभार जताया। इस कार्यक्रम का संयोजन ज्वाइंट रजिस्ट्रार (जीएडी) डॉ. नंदलाल ने किया।