वाराणसी। बीएचयू के विज्ञान संस्थान में डीएसटी-सीआईएमएस के शोध छात्र मृत्युंजय चौबे मुंबई स्थित न्यूक्लियर पावर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया में एक सेमेस्टर के लिए शोध करेंगे। वह डॉ. ललित कुमार सिंह के पर्यवेक्षण के तहत “परमाणु ऊर्जा संयंत्र नियंत्रण कक्ष की वीडियो निगरानी को मजबूत करने के लिए” परियोजना पर काम करेंगे।”
मृत्युंजय, कंप्यूटर साइंस विभाग में डॉ. मंजरी गुप्ता के मार्गदर्शन में पीएचडी कर रहे हैं। बीएचयू की ओर से शोधार्थियों को विश्वविद्यालय से इतर संस्थानों में काम करने का अवसर प्रदान कर उन्हें शैक्षणिक व पेशेवर अनुभव प्राप्त करने के लिए एक नई योजना की शुरुआत की गई है। योजना के तहत शोधार्थी एक सेमेस्टर (6 महीने) तक भारत के किसी प्रतिष्ठित संस्थान अथवा अनुसंधान प्रयोगशाला में शोध अनुभव अर्जित करने का अवसर पाते हैं। इसके लिए उन्हें शोध अध्येतावृत्ति से इतर भत्ता भी दिया जाता है।