वाराणसी। वाग्देवी के मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव शुक्रवार को धूमधाम से मनाया गया। बीएचयू के कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन समेत विश्वविद्यालय परिवार के तमाम सदस्यों ने भागीदारी की। मालवीय भवन में आयोजित मुख्य उत्सव में वैदिक मंगलाचरण, भगवान श्रीकृष्ण पूजन व श्रीकृष्ण कथा का आयोजन किया गया। कुलपति ने भगवान श्रीकृष्ण की आरती की तथा पालना झुलाया। कुलपति ने विद्यार्थियों व विश्वविद्यालय परिवार के सदस्यों को जन्माष्टमी के पावन पर्व की शुभकामनाएं प्रेषित की व सब के लिए सुख, शांति व समृद्धि की कामना की।

इस अवसर पर आचार्य सुकेशाचार्य ने श्रीकृष्ण कथा का वाचन किया व श्रोताओं को भगवान कृष्ण के जीवन के सार व शिक्षाओं के बारे में बताया। उन्होंने भगवान कृष्ण के जीवन की अनेक कथाओं व प्रसंगों की चर्चा की और बताया कि भगवान श्रीकृष्ण ने सदैव धर्म की रक्षा करते हुए सत्य को स्थापित किया। उन्होंने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण के जीवन से हमें आदर्शों व मूल्यों के मार्ग पर चलने की प्रेरणा मिलती है।
कुलगुरु प्रो. वीके शुक्ला ने कहा कि जन्माष्टमी के पावन अवसर पर श्रीमदभागवत कथा का वाचन तथा उसका श्रवण हम सभी के लिए अत्यंत विशेष व लाभकर अवसर है। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण की जीवनकथा के रस का पान हम सभी को श्रेष्ठ जीवन जीने की ऊर्जा व प्रेरणा देता है।
वित्ताधिकारी अभय ठाकुर, मुख्य आरक्षाधिकारी प्रो. अभिमन्यु सिंह, छात्र अधिष्ठाता प्रो. अनुपम कुमार नेमा, संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय के संकाय प्रमुख प्रो. कमलेश झा, मालवीय भवन के मानित निदेशक प्रो. उपेन्द्र पाण्डेय, विभिन्न संस्थानों के निदेशक, संकाय प्रमुख, शिक्षक, अधिकारी व कर्मचारी, विद्यार्थी तथा विश्वविद्यालय परिवार के अनेक सदस्य उपस्थित रहे।
श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के अवसर पर विश्वविद्यालय परिसर स्थित श्री विश्वनाथ मन्दिर, विश्वविद्यालय के विभिन्न छात्रावासों, त्रिवेणी छात्रावास संकुल, महिला महाविद्यालय तथा विद्यालयों व मिर्जापुर के बरकछा स्थित दक्षिणी परिसर के छात्रावासों सहित अन्य स्थलों पर भी श्री कृष्ण जन्माष्टमी की धूम रही। छात्रावासों में भगवान श्रीकृष्ण के जीवन पर आकर्षक व जीवंत झांकियां सजाई गईं, जिनमें उनके जीवन के विभिन्न प्रसंगों को प्रदर्शित किया गया।
कुलपति ने विभिन्न छात्रावासों में सजी झांकियों का अवलोकन किया व विद्यार्थियों से संवाद किया। उन्होंने आकर्षक झांकियां सजाने के लिए विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन किया।