वाराणसी। बीएचयू के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग में आयोजित मीडिया और सूचना साक्षरता सेमिनार के शनिवार को समापन अवसर पर यह बात सामने आई कि सूचना विस्फोट के इस दौर में लोगों को सही जानकारी और सूचना देना जरूरी है।

मुख्य अतिथि अरुणोदय विश्वविद्यालय अरुणाचल प्रदेश के कुलपति प्रो. विश्वनाथ शर्मा ने कहा कि हम सही सूचना और सही जानकारी के लिए प्रयत्नशील हो और हमें भ्रम उत्पन्न करने वाले सूचना से भी लोगों की को बचने और बचाने हेतु जागरूक करें। पेड न्यूज़ के बढ़ते हुए दबाब के कारण आज समाज में सूचना का एक ऐसा संकट उत्पन्न हो रहा है कि लोग भ्रमित हो जा रहे हैं और कई मीडिया संस्थान इस भ्रम के जरिए लोगों को धोखा दे रहे हैं। ऐसी स्थिति में हमें जागरूक होने की आवश्यकता है।
तकनीकी सत्र की अध्यक्षता करते हुए सरोजिनी नायडू पत्रकारिता संस्थान, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय नई दिल्ली के निदेशक प्रो. केएस अरुल सेलवन ने कहा कि भारत जैसे देश में जहां साक्षरता दर अभी भी अपने लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर सका है वहां के लोगों को सही मीडिया और सूचना साक्षरता हेतु जागरूक करना जरूरी है । यह जिम्मेदारी देशभर के शिक्षण संस्थानों का है, जिन्हें मीडिया और सूचना साक्षरता के लिए अधिक से अधिक कार्यक्रमों के आयोजन पर बल देना चाहिए। उन्होंने कहा कि विकसित देशों में मीडिया और सूचना साक्षरता बहुतायत लोगों के बीच में हैं और यही कारण है कि वहां के लोग सही सूचना को आत्मसात करते हुए प्रगति के पथ पर बढ़ रहे हैं।
मीडिया सूचना साक्षरता एवं विकास विषयक दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन बीएचयू के पत्रकारिता विभाग की स्थापना के 50 वर्ष पूरे होने पर स्वर्ण जयंती महोत्सव वर्ष काल के रूप में किया गया था। स्वर्ण जयंती वर्ष होने के नाते पूरे साल विविध कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस दौरान स्वर्ण जयंती वर्ष काल को उत्सव के रूप में मनाने के लिए विभाग द्वारा एक विशेष चिन्ह प्रस्तावित किया गया किया गया। जिसका लोकार्पण मुख्य अतिथि एवं अन्य विशिष्ट अतिथियों द्वारा किया गया।
मीडिया सूचना साक्षरता राष्ट्रीय सेमिनार में काशी हिंदू विश्वविद्यालय, लखनऊ विश्वविद्यालय, अरुणाचल विश्वविद्यालय, पांडिचेरी केंद्रीय विश्वविद्यालय, झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय, पंजाब विश्वविद्यालय, लवली प्रोफेशनल विश्वविद्यालय, अमिटी विश्वविद्यालय, गुजरात वीर विश्वविद्यालय सूरत सहित कुल 15 विश्वविद्यालयों के लगभग 45 शोधार्थियों एवं आचार्यों ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए।
समापन सत्र की अध्यक्षता विभागाध्यक्षा डॉ. शोभना नेरलिकर कर रही थीं। उन्होंने कहा कि सूचना क्रांति के इस दौर में मीडिया और सूचना साक्षरता एक प्रमुख विषय के रूप में हमारे सामने हैं। हमें इस अभियान को विद्यालय, महाविद्यालय, विश्वविद्यालय के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के बीच लेकर जाना होगा। संचालन राष्ट्रीय सेमिनार संयोजक डॉ. बाला लखेंद्र और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. धीरेंद्र राय ने किया। इस अवसर पर डॉ. ज्ञान प्रकाश मिश्रा, डॉ. नेहा पांडे, डॉ. अमिता सहित विभाग के अनेक वक्ताओं ने भी अपने विचार व्यक्त किए।