वाराणसी। मातृभाषा हिन्दी के प्रयोग के द्वारा ही आमजन न्यायालयी प्रक्रिया में अपनी समझ एवं विश्वास बनाए रख सकता है। न्यायालयों का उद्देश्य न्याय को सरल एवं सहज तरीके से समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना है। इस निमित्त हिन्दी भाषा अपनी महान भूमिका का निर्वहन कर सकती है।
बीएचयू के विधि संकाय में हिन्दी पखवारा के अन्तर्गत शनिवार को संकाय स्तरीय निबन्ध लेखन प्रतियोगिता “न्यायालयों में हिन्दी की प्रयोज्यता : चुनौतियां एवं संभावनाएं” विषय पर आयोजित की गई, जिसमें संकाय के स्नातक एवं परास्नातक छात्र-छात्राओं ने ये विचार रखे।
यह निबन्ध प्रतियोगिता विधि संकाय के नवनियुक्त हिन्दी अधिकारी प्रो. रजनीश कुमार पटेल के पर्यवेक्षण में तथा छात्र सलाहकार डॉ. विजय कुमार सरोज के समन्यवय से आयोजित हुई। संकाय प्रमुख प्रो. अजय कुमार ने शुभकामना दी। संकाय के सहायक आचार्य डॉ. अनिल कुमार मौर्य एवं डॉ. अनूप कुमार ने सक्रिय सहयोग दिया।
हिन्दी की उपादेयता को दृष्टिगत रखते हुये विधि संकाय हिन्दी पखवारे के अन्तर्गत आने वाले दिनों में कई अकादमिक कार्यक्रम तथा संकाय स्तरीय प्रतियोगिताओं का आयोजन आयोजित करेगा। विधि संकाय के हिन्दी अधिकारी डॉ. पटेल ने इन कार्यक्रमों में प्रतिभाग के लिये छात्रों एवं कर्मचारियों को प्रोत्साहित किया ।