वाराणसी। विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस की पूर्व संध्या पर रविवार को बीएचयू स्थित महिला महाविद्यालय में “क्रिएटिंग होप थ्रू ऐक्शन्स” पर आधारित नाटक की प्रस्तुति की गई। इसके जरिये यह संदेश देने का प्रयास किया गया कि हर हाल में युवाओं को अपने मस्तिष्क पर नियंत्रण रखना सीखना होगा। यह भी बताया गया कि इन दिनों असफलता युवाओं में आत्महत्या का बड़ा कारण बनती जा रही है।

छात्राओं ने अभिनय के जरिये बताया कि पारिवारिक संबंध हों या करियर से जुड़ी परेशानियां, युवाओं को काफी विचलित कर देती हैं। छात्राओं ने ऐसी परिस्थितियों से निपटने के लिए उठाए जा सकने वाले कदमों के बारे में भी जानकारी दी। इसके अलावा पोस्टर और बैनर के जरिये भी जागरूकता संदेश प्रसारित किए गए।
इस दौरान मनोविज्ञान विभाग की प्रो. निशात अफरोज, डॉ. वंदना गुप्ता, डॉ. शिल्पा कुमारी, डॉ. कविता पांडेय, डॉ, नवीन, डॉ. निधि मिश्र और महाविद्यालय की छात्राएं मौजूद रहीं।