कृषि विकास में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करना जरूरी: प्रो. पंजाब सिंह
वाराणसी। फार्ड फाउंडेशन व भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, वाराणसी के संयुक्त तत्वाधान में संचालित भारत सरकार द्वारा प्रायोजित बॉयोटेक किसान परियोजना के अंतर्गत गैर आकांक्षी जिले वाराणसी के कल्लीपुर स्थित कृषि विज्ञान केन्द्र, में आज विशाल किसान मेला एवं कृषि प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।

उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि उन्नत प्रौद्योगिकी की बदौलत हमारा देश आज खाद्यान्न उत्पादन में आत्मनिर्भर होने के साथ-साथ निर्यात करने की दिशा में अग्रसर हो रहा है। असंतुलित रसायनों का प्रयोग एवं गिरते भूजल स्तर से उत्पन्न होने वाली स्थिति चिन्ता का विषय है, हमें पोषण युक्त खेती करने के साथ-साथ किसानों तक उन्नत प्रौद्योगिकी पहुंचाने की जरूरत है। उत्तर प्रदेश के सभी 83 कृषि विज्ञान केन्द्रों को माॅडल के रूप में विकसित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि फार्ड फाउण्डेशन ने भारत सरकार के बायोटेक किसान परियोजना के साथ मिलकर पूर्वांचल के वाराणसी, गाजीपुर, सोनभद्र व चन्दौली जिलों में जो सराहनीय कार्य किया है वह अनुकरणीय है। उन्होंने फार्ड फाउण्डेशन द्वारा किसानों को आत्म निर्भर बनाने की दिशा में किये गये प्रयासों की कृषि मंत्री श्री शाही ने सराहना की।

अध्यक्षता कर रहे प्रख्यात कृषि वैज्ञानिक फाउण्डेशन फाॅर एडवाॅसमेंट ऑफ एग्रीकल्चर एण्ड रूरल डेवलपमेंट (फार्ड) के अध्यक्ष एवं रानी लक्ष्मी बाई केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय झांसी के चांसलर तथा बीएचयू के पूर्व कुलपति प्रो. पंजाब सिंह ने कहा कि कृषि उत्पादन में हम आगे निकल गये हैं। अब जरूरत है किसानों को उनके उपज की बेहतर आय दिलाने की। प्रो. सिंह ने कहा कि बायोटेक किसान परियोजना के माध्यम से गत तीन वषों के अल्प समय में फार्ड फाउण्डेशन ने पूर्वांचल के चार जिलो क्रमशः चन्दौली, गाजीपुर, वाराणसी एवं सोनभद्र में किसानों को समर्थ बनाने की दिशा में कड़ी मेहनत के साथ काम किया जिसके उत्साहजनक परिणाम प्राप्त हुए हैं। इस दौरान कृषि में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने का भी प्रयास हुआ। फारमर्स प्रोड्यूसर्स कम्पनियों में महिलाओं की भगीदारी बढ़ाने से भी कृषि आय में वृद्धि होगी।
प्रख्यात वैज्ञानिक एवं आचार्य नरेन्द्र देव कृषि विश्वविद्यालय फैजाबाद के कुलपति प्रो बिजेन्दर सिंह ने कहा कि कृषि विज्ञान केन्द्रों के माध्यम से कृषि प्रौद्योगिकी हस्तान्तरण किया जा रहा है जिसके परिणाम उत्साहजनक हैं। भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान वाराणसी के निदेशक प्रो. टीके बेहरा ने कहा कि सब्जी उत्पादन के क्षेत्र में नित नये अनुसंधान हो रहे है जिससे किसानों की आय बढ़ रही है।
बीएचयू के कृषि विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो. यशवन्त सिंह तथा पूर्व डीन प्रो. आरएम सिंह ने भी विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम का संचालन भारतीय सब्जी अनुसंधान, वाराणसी में वैज्ञानिक डाॅ. नीरज सिंह तथा धन्यवाद ज्ञापन कृषि विज्ञान संस्थान बीएचयू के पूर्व निदेशक प्रो. शिवराज सिंह ने किया।
इस अवसर पर कृषि विज्ञान केन्द्र कल्लीपुर के अध्यक्ष डाॅ. नरेन्द्र रघुवंशी के अलावा फार्ड फाउण्डेशन के ट्रस्टी दशरथ सिंह, डाॅ. उमेश सिंह एवं डाॅ. संतोष कुमार सिंह ने अतिथियों का पुष्प गुच्छ अगवस्त्र एवं स्मृति चिह्न से स्वागत किया।
प्रदर्शनी में लगभग दो दर्जन स्टॉल्स के माध्यम से उन्नत प्रौद्योगिकी का प्रदर्शन किया गया। किसान मेले में वाराणसी, गाजीपुर, चन्दौली आदि जिलों के अनेक महिला एवं पुरुष कृषक गण के अलावा बड़ी संख्या में प्रगतिशील कृषक व कृषि वैज्ञानिक मौजूद थे। इस क्रम में बायोटेक किसान परियोजना के अन्तर्गत फार्ड फाण्डेशन द्वारा 22 जनवरी 2023 रविवार को कृषि विज्ञान केन्द्र पर विशाल किसान मेला व कृषि प्रदर्शनी आयोजित की जायेगी।