वाराणसी। महिलाओं के विरुद्ध भेदभाव रोकथाम पखवाड़ा के तहत बीएचयू के आंतरिक शिकायत प्रकोष्ठ की ओर से विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में बुधवार को राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों ने कार्यक्रम समन्वयक डॉ. बाला लखेन्द्र की अगुवाई में एक नुक्कड़ नाटक “चुप्पी तोड़ो” का आयोजन श्री विश्ववनाथ मंदिव परिसर में किया।
नुक्कड़ नाटक में विद्यालय, महाविद्यालय, विश्वविद्यालय, कार्यस्थल, सार्वजनिक स्थल आदि स्थानों पर बालिकाओं और महिलाओं के साथ होने वाले भेदभाव को दर्शाया गया और इससे निपटने के लिए भारत सरकार, राज्य सरकार एवं अन्य शिक्षण संस्थानों द्वारा उठाए जा रहे कदमों की जानकारी लोगों की दी गई। उपस्थित जनसमुदाय को यह भी बताया गया इस तरह की यदि कोई उनके आसपास घटित हो रही है तो इसकी सूचना भारत सरकार के विभिन्न टोल फ्री नंबर पर दी जा सकती है। सूचना देने वाले की पहचान गोपनीय रखते हुए दोषियों के साथ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाती है।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय की महिला शिकायत प्रकोष्ठ की अध्यक्ष प्रो. रश्मि चौधरी, सचिव डॉ. बेनू गोपाल, कार्यक्रम समन्वयक डॉ. बाला लखेंद्र सहित अनेक वक्ताओं ने विचार व्यक्त किए। इस दौरान आंतरिक शिकायत प्रकोष्ठ की सदस्य प्रो. नंदिता घोषाल, प्रो. विभा त्रिपाठी, प्रो. अंशुमन खन्ना, डॉ. मंगला गौरी, मोहिनी झांवर, तथा डॉ. शोभा भट उपस्थित रहे। नाटक का आलेख कार्यक्रम समन्वयक डॉ बाला लखेंद्र ने तैयार किया और निर्देशन प्रिया नागर ने किया।