वाराणसी। तमाम चुनौतियों के बावजूद चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मी निरन्तर समाज और देश की सेवा में जुटे रहते हैं। वे खुद को जोखिम में डालकर मानवता के सेवक बन कर दूसरों के सामने मिसाल पेश करते हैं।
इसी भाव के साथ राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस पर शुक्रवार को बीएचयू के चिकित्सा विज्ञान संस्थान में डॉक्टर्स को सम्मानित किया गया व उनके योगदान को सराहा गया। केएन उडुपा सभागार में आयोजित मुख्य कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रख्यात शल्य चिकित्सक तथा विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. वीके शुक्ल ने कहा कि डॉक्टरी का पेशा तमाम चुनौतियों व जोखिमों से भरा है, लेकिन इस सबसे विचलित हुए बिना चिकित्सक निरन्तर अपने कर्तव्य का पालन करते हैं। उन्होंने मेडिकल के छात्रों व भविष्य के चिकित्सकों का आह्वान किया कि वे कठिनाइयों, दुष्वारियों व संसाधनों की कमियों से खुद को प्रभावित न होने दें, व मानवता को उत्तम चिकित्सकीय सेवाएं उपलब्ध कराने के लक्ष्य की प्राप्ति में आगे बढ़ें।
चिकित्सा विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो. एसके सिंह ने देश के प्रख्यात फिजिशियन रहे डॉ. बीसी रॉय को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि डॉ. रॉय की स्मृति में राष्ट्रीय डॉक्टर्स दिवस का आयोजन, हम सभी चिकित्सकों को उनके जीवन से प्रेरणा लेने का संदेश देता है। इस अवसर पर सर सुन्दरलाल चिकित्सालय के चिकित्सा अधीक्षक प्रो. केके गुप्ता ने कोविड महामारी के दौरान विश्वविद्यालय के चिकित्सकों, चिकित्साकर्मियों व सहयोगी स्टाफ के उल्लेखनीय व अतुलनीय योगदान की चर्चा की।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के चिकित्सकों, संकाय सदस्यों, स्वास्थ्यकर्मियों व सहयोगी स्टाफ का सम्मान किया गया। प्रो. वीके शुक्ल, प्रो. टीके. लहरी, प्रो. एस. चूड़ामणि गोपाल, प्रो. एचएस शुक्ल, प्रो. केके त्रिपाठी, प्रो. श्याम सुन्दर, प्रो. आरजी सिंह तथा प्रो. विवेक शर्मा विशेष रूप से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में सेवानिवृत्त शिक्षकों का भी अभिनंदन किया गया।
कार्यक्रम के दौरान एमबीबीएस प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक संध्या का भी आयोजन किया, जिसमें गायन, लोकनृत्य आदि शामिल रहे। इस दौरान विद्यार्थियों ने एक चिकित्सक के जीवन में आने वाली चुनौतियों व उतार-चढ़ावों को प्रदर्शित करती एक लघु नाटिका का प्रभावशाली मंचन भी किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. तुहिना बैनर्जी, माइक्रोबायोलॉजी विभाग, तथा एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्र कार्तिकेय शर्मा ने किया। ट्रॉमा सेन्टर के आचार्य प्रभारी प्रो. सौरभ सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम में डीन रीसर्च प्रो. अशोक चौधरी समेत अनेक वरिष्ठ चिकित्सक, विभागाध्यक्ष, छात्र व शोधार्थी उपस्थित रहे।