वेद, संस्कृत, व्याकरण तथा ज्योतिष शास्त्र के विद्यार्थियों के लिए श्री सत्य साई छात्रवृत्ति योजना होगी आरंभ
वाराणसी। बीएचयू तथा श्री सत्य साई यूनिवर्सिटी फॉर ह्यूमन एक्सिलेंस, कर्नाटक, प्राचीन भारतीय ज्ञान प्रणाली के क्षेत्रों में अध्ययन व अनुसंधान को प्रोत्साहित करने के लिए सहयोग करेंगे। इस आशय के एक सहमति पत्र पर दोनों विश्वविद्यालयों की ओर से हाल ही में हस्ताक्षर किये गए हैं, जिसके तहत कई नई पहल का मार्ग प्रशस्त होगा ताकि भारतीय ज्ञान परम्परा में निहित भण्डार का व्यापक प्रसार किया जा सके।
सहमति पत्र के तहत श्री सत्य साई यूनिवर्सिटी फॉर ह्यूमन एक्सिलेंस की ओर से बीएचयू में वेद, संस्कृत, व्याकरण तथा ज्योतिष शास्त्र समेत हिन्दू अध्ययन की विभिन्न शाखाओं जैसे प्राचीन हिन्दू कला, संस्कृति, दर्शन, शासन व प्रबंध व्यवस्था का अध्ययन कर रहे विद्यार्थियों के लिए श्री सत्य साई छात्रवृत्ति स्थापित की जाएगी। इस योजना के तहत स्नातक, स्नातकोत्तर तथा शोध कर रहे 100 विद्यार्थियों को मेरिट व आर्थिक स्थिति के आधार पर वार्षिक 25000 रुपये की छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी। यह छात्रवृत्ति पाने वाले विद्यार्थियों को श्री सत्य साई यूनिवर्सिटी के परिसर तथा वैदिक अध्ययन केन्द्रों के भ्रमण का अवसर भी प्राप्त होगा। ये यात्राएं श्री सत्य साई यूनिवर्सिटी द्वारा प्रायोजित होंगी।
श्री सत्य साई यूनिवर्सिटी में वैदिक अध्ययन केन्द्र की स्थापना के लिए काशी हिन्दू विश्वविद्यावय अपनी विशेषज्ञता व अनुभव भी साझा करेगा। प्रस्तावित केन्द्र भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान करेगा। इस केन्द्र की स्थापना बीएचयू के भारत अध्ययन केन्द्र के सहयोग से की जाएगी।
बीएचयू तथा श्री सत्य साई विश्वविद्यालय भारत के इतिहास, संस्कृति तथा दर्शन पर शोध कार्यक्रमों में सहयोग के लिए भी सहमत हुए हैं। शोध व अनुसंधान में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की विशेषज्ञता का लाभ श्री सत्य साई विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों व शोधार्थियों को मिलेगा। दोनों विश्वविद्यालय भारतीय इतिहास व संस्कृति, आध्यात्मिक दर्शन तथा वेदों व अन्य संबंधित विषयों पर संयुक्त रूप से राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय कार्यशालाएं तथा संगोष्ठियां भी आयोजित करेंगे। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के विशेषज्ञ श्री सत्य साई यूनिवर्सिटी फॉर ह्यूमन एक्सिलेंस में अद्वैत वेदांत, उपनिषदों तथा भगवद गीता पर व्याख्यान भी देंगे। साथ ही साथ आदान-प्रदान कार्यक्रम के अंतर्गत श्री सत्य साई विश्वविद्यालय के विद्यार्थी शैक्षणिक गतिविधियों के लिए बीएचयू परिसर का दौरा करेंगे।
सहमति पत्र में श्री सत्य साई भारत संस्कृति सम्मान भी प्रस्तावित किया गया है, जो श्री सत्य साई विश्विवद्यालय द्वारा हर वर्ष वेदों के क्षेत्र में कार्य कर रहे व्यक्तियों व संस्थानों के योगदान को सम्मानित करने के लिए प्रदान किया जाएगा। इस सम्मान के तहत विद्यार्थी (2 लाख रुपये), शिक्षक (3 लाख रुपये) तथा विद्यालय (5 लाख रुपये), तीन श्रेणियों में पुरस्कार प्रदान किये जाएंगे, जिनमें नकद राशि तथा प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा।
कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन का निरन्तर इस बात पर ज़ोर देते रहे है कि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों तथा शिक्षकों के नए अवसर सृजित किये जाएं। श्री सत्य साई विश्वविद्यालय के साथ सहमति पत्र इसी प्रतिबद्धता के अनुरूप है।
सहमति पत्र पर काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. अरुण कुमार सिंह तथा श्री सत्य साई युनिवर्सिटी फॉर ह्यूमन एक्सिलेंस के कुलाधिपति बीएन नरसिम्हा मूर्ति ने हस्ताक्षर किये।