हैदराबाद। भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पुसरला वेंकट सिंधु मंगलवार को अपना 27वां जन्म दिन मना रही हैं। इसी महीने इंग्लैंड के बर्मिंघम में होने वाले कॉमनवेल्थ खेलों की बैडमिंटन स्पर्धा में सिंधु से पदक की काफी उम्मीदें हैं। वैसे सिंधु एकमात्र भारतीय महिला एथलीट हैं, जिन्होंने दो एकल ओलंपिक पदक जीते हैं। इसके अलावा उनके करियर में उपलब्धियों की बड़ी फेहरिस्त है।
ओलंपिक में पदक
सिंधु ने पहली बार ओलंपिक पदक 2016 में रियो में जीता था। उन्होंने महिला एकल के सेमीफाइनल में जापान की नाजोमी ओकुहारा को 21-19, 21-10 से हराकर फाइनल में जगह बनाई थी। फाइनल में उनका मुकाबला दो बार की विश्व चैंपियन और विश्व की नंबर एक खिलाड़ी कैरोलिना मारिन से हुआ। सिंधु ने मारिन को काफी तगड़ी टक्कर दी, लेकिन मारिन ने सिंधु को 19-21, 21-12, 21-15 से हरा दिया। सिंधु को रजत पदक मिला। इसके बाद सिंधु ने 2020 में टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीता। उन्होंने कांस्य पदक के लिए हुए मैच में चीन की ही बिंजिआओ को 21-13, 21-15 से हराया था।
पहली बार बनीं विश्व चैंपियन
वर्ष 2019 सिंधु के लिए काफी बेहतर साल रहा। उन्होंने विश्व बैडमिंटन फेडरेशन की चैंपियनशिप के फाइनल में जापान की नाजोमी ओकुहारा को 21-7, 21-7 से हराकर स्वर्ण पदक जीत लिया। सिंधु विश्व चैंपियनशिप जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी भी बन गईं। इसके साथ ही उन्होंने दो बार की ओलंपिक गोल्ड मेडल विजेता चीन की झांग निंग के एक स्पर्धा में पांच मेडल जीतने के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली।
एशियाई खेलों में जीता रजत पदक
सिंधु ने 2018 के एशियाई खेलों में रजत पदक जीता था। सेमीफाइनल में उन्होंने जापान की एकेन यामागुची को 21-17, 15-21, 21-10 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया था। फाइनल में सिंधु का मुकाबला चीनी ताइपे की जू यिंग से था। यिंग ने यह मुकाबला 21-13, 21-16 से जीतकर स्वर्ण पदक जीता और सिंधु को रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक हासिल किया
ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में 2018 में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में सिंधु ने एक और रजत पदक जीता। सिंधु का फाइनल में मुकाबला हमवतन साइना नेहवाल से हुआ, जिसमें साइना ने बेहतर खेल दिखाते हुए सिंधु को 21-18, 21-8 से हराकर स्वर्ण जीता, जबकि सिंधु रजत जीतने में कामयाब रहीं।