वाराणसी। कोई बड़ी बात नहीं कि आने वाले समय में बनारस से भी पीवी सिंधु, एचएस प्रणय, किंदांबी श्रीकांत और लक्ष्य सेन सरीखे खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय फलक पर पदक जीतते नजर आएं। बनारस रेल इंजन कारखाना परिसर के बैडमिंटन क्लब में ऐसे भावी खिलाड़ियों की नर्सरी की शुरुआत शुक्रवार से हो गई।
अंतरराष्ट्रीय स्तर के बैडमिंटन खिलाड़ी रहे और बरेका से ग्रेड वन अफसर पद से रिटायर हुए राकेश कोछड़ ने प्रतिभाओं को तराशने का जिम्मा उठाया है। वह खुद यूपी और हरियाणा चैंपियन रह चुके हैं। उन्होंने बताया कि बरेका स्पोर्ट्स एसोसिएशन के सहयोग से नर्सरी शुरू की जा सकी है। इसमें बरेका के अधिकारियों और कर्मचारियों के बच्चों के अलावा बाहर के भी आठ साल या इससे ऊपर के बच्चे अपना खेल निखार सकते हैं।
वर्ष 2002 में ऑस्ट्रेलिया और दुबई में अंतरराष्ट्रीय मास्टर्स प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीत चुके कोछड़ ने बताया कि बैडमिंटन नर्सरी में ऐसे बच्चों पर खास ध्यान दिया जाएगा, जो पेशेवर तौर पर इस खेल को अपनाना चाहते हैं। अगले एक साल में ऐसे खिलाड़ियों की पहचान की जाएगी। वैसे शौकिया तौर पर भी खेल सीखने का जज्बा रखने वाले बच्चे यहां आ सकते हैं।
खेल निखारने के लिए खास सुविधाएं होंगी
राकेश कोछड़ के मुताबिक नर्सरी के नियमित रूप से शुरू हो जाने के बाद यहां फिजियोथेरेपिस्ट और डाइटीशियन भी बुलाए जाएंगे। वे खिलाड़ियों को उनकी क्षमता के मुताबिक व्यायाम और भोजन के बारे में उचित सलाह देंगे।
अच्छे प्रशिक्षकों की निगरानी में खेलेंगे बच्चे
बरेका बैडमिंटन नर्सरी में पूर्वोत्तर रेलवे के अनिल कुमार और बरेका के दिग्विजय सिंह सरीखे खिलाड़ी बच्चों को प्रशिक्षित करेंगे। ये दोनों कोच खुद भी एक अच्छे बैडमिंटन खिलाड़ी रहे हैं।