दुबई। भारतीय गेंदबाजों की दिशाहीन और अनियंत्रित गेंदबाजी के चलते भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सुपर-4 का मैच जीतने की स्थिति में पहुंचने के बाद गंवा दिया। 19वें ओवर में भुवनेश्वर कुमार की गेंदों पर बने 19 रन भारत के लिए काफी भारी पड़े। भुवनेश्वर ने अपने चार ओवरों में 40 रन लुटाए। हालांकि रवि बिश्नोई और अर्शदीप सिंह ने काफी नियंत्रित गेंदबाजी की, लेकिन अन्य गेंदबाजों ने विराट कोहली की मेहनत पर पानी फेर दिया। पाकिस्तान ने एक गेंद शेष रहते 182 रन पांच विकेट खोकर बना लिए। पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ टी-20 में अबतक के सबसे बड़े लक्ष्य को हासिल किया। पाकिस्तान के मोहम्मद नवाज को मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया। उन्होंने एक विकेट लेने के साथ ही 20 गेंद पर 42 रन बनाकर टीम की जीत की राह तय की।

अंतिम 30 गेंदों में पाकिस्तान को जीत के लिए 47 रन बनाने थे। 16वें ओवर में भुवनेश्वर ने नवाज को लांग ऑफ पर हुड्डा के हाथों कैच करा दिया। पाकिस्तान का तीसरा विकेट 136 रन पर गिरा। नवाज ने 20 गेंदों पर छह चौके और दो छक्के की मदद से 42 रन बनाए और इसने बड़ा अंतर पैदा किया। यह ओवर भारत के लिहाज से काफी अच्छा रहा। इसमें एक विकेट मिला और सिर्फ चार रन बने। अब पाकिस्तान को 24 गेंदों पर 43 रन बनाने थे। हार्दिक ने इस मैच में काफी खराब गेंदबाजी की, लेकिन 17वें ओवर में उन्होंने रिजवान को डीप मिडऑफ पर सूर्यकुमार के हाथों कैच कराकर इसे काफी हद तक दुरुस्त किया। रिजवान ने 51 गेंदों पर छह चौके और दो छक्के की मदद से 71 रन बनाए। पाकिस्तान इस समय जीत से 35 रन दूर था। हार्दिक ने चार ओवर में 44 रन देकर एक विकेट लिया।
17वें ओवर में बिश्नोई को मौका मिला,लेकिन अर्शदीप ने आसिफ अली का आसान कैच हाथ में लेकर गिरा दिया। इस ओवर में बिश्नोई ने तीन वाइड गेंदें भी फेकीं। हालांकि बिश्नोई ने अच्छी गेंदबाजी की और चार ओवरों में 25 रन देकर एक विकेट लिय़ा। अंतिम 12 गेंदों पर पाकिस्तान को 26 रन बनाने थे। 19वां ओवर सबसे महत्वपूर्ण था। अनुभवी भुवनेश्वर ने इस ओवर में दो वाइड की और एक छक्का भी खाया। खुशदिल ने चौथी गेंद पर चौका जड़कर अंतर और कम कर दिया। इस ओवर में शॉर्ट गेंदें फेकने की जरूरत नहीं थी और अंतिम गेंद पर आसिफ अली ने चौका जड़ दिया। इस ओवर में कुल 19 रन बने। अब अंतिम छह गेंदों पर सात रन बनाने थे। पहली गेंद पर एक रन बना। दूसरी पर चौका लगा, तीसरी गेंद पर कोई रन नहीं बना।चौथी गेंद पर अर्शदीप ने आसिफ अली को पगबाधा कर दिया। अब पाकिस्तान को दो गेंद पर दो रन बनाने थे। पांचवीं गेंद पर इफ्तिखार ने दो रन लेकर पाकिस्तान को पांच विकेट से जीत दिला दी।
रोहित शर्मा ने चौथे ओवर में चहल की जगह बिश्नोई को वरीयता दी। बिश्नोई ने इस भरोसे का मान रखते हुए पाकिस्तानी कप्तान बाबर आजम को मिडविकेट पर रोहित के हाथों कैच कराकर पाकिस्तान को 22 रन पर पहला झटका दिया। अंपायर को इस गेंद के “नो बॉल” होने का संदेह हुआ, लेकिन तीसरे अंपायर ने इसे सही गेंद करार दिया। इस तरह बिश्नोई ने एशिया कप में अपना पहला विकेट लिया। उन्होंने इस ओवर में सिर्फ तीन रन दिए। पावर प्ले के छह ओवरों के खत्म होने पर पाकिस्तान का स्कोर एक विकेट पर 44 रन था। पाकिस्तान के सौ रन और रिजवान का अर्धशतक 13वें ओवर में पूरे हुए। अर्धशतक पूरा करने में रिजवान ने 37 गेंदें खेलीं और चार चौके तथा दो छक्के लगाए। रिजवान और मोहम्मद नवाज के बीच तीसरे विकेट के लिए अर्धशतकीय साझेदारी 29 गेंद पर पूरी हुई।
युज्वेंद्र चहल ने अपने दूसरे और पारी के नवें ओवर में रन बनाने के लिए जूझ रहे फखर जमान को लांग ऑन पर कोहली के हाथों पर कैच कराकर पाकिस्तान को 63 के स्कोर पर दूसरा झटका दे दिया। जमान ने 15 रन बनाए। 10 ओवर पूरे होने पर पाकिस्तान का स्कोर दो विकेट पर 75 रन था। 15वां ओवर शुरू होने के समय भारत काफी हद तक मैच पर पकड़ बनाए था। इस ओवर में रोहित ने चहल को गेंद थमाई, लेकिन चहल ने 16 रन जुटाकर मैच भारत की पकड़ से दूर कर दिया। इस समय तक पाकिस्तान का स्कोर दो विकेट पर 135 रन था।
इसके पहले दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में “विराट शो” के बूते भारतीय टीम ने सात विकेट पर 181 रन का स्कोर खड़ा कर लिया। कोहली ने एक छोर पर खड़े होकर शानदार बल्लेबाजी की। उन्होंने 44 गेंदों पर 60 रन बनाए। अंतिम ओवर में स्पिनर रवि बिश्नोई ने अंतिम गेंद पर दो लगातार चौके लगाए। भारत के साथ एक और अच्छी बात यह रही कि बल्लेबाजों ने ज्यादा डॉट गेंदें नहीं खेलीं। यह पाकिस्तान के खिलाफ भारत का दूसरा सबसे बड़ा स्कोर रहा।
भारत ने आज टीम में कुछ परिवर्तन किये। चोटिल रवींद्र जडेजा के अलावा दिनेश कार्तिक, आवेश खान की जगह दीपक हुड्डा, रवि बिश्नोई टीम में शामिल हुए। इसके अलावा हार्दिक पांड्या की टीम में वापसी हुई।
केएल राहुल और रोहित शर्मा से जिस तरह की शुरुआत की उम्मीद थी, वैसा ही इन दोनों ने किया। राहुल ने नवाज की गेंद पर सीधे चौका लगाकर पांचवें औवर की दूसरी गेंद पर भारत का स्कोर 50 रन पर पहुंचा दिया। यह टी-20 मैचों में पाकिस्तान के खिलाफ भारत के सबसे तेज 50 रन भी रहे। छठे ओवर में भारत को पहला झटका लगा, जब रऊफ की गेंद पर छक्का लगाने के प्रयास में रोहित शर्मा खुशदिल शाह को कैच दे बैठे। वह इस धीमी गेंद को पढ़ नहीं सके। रोहित ने 16 गेंदों में तीन चौके और दो छक्के की मदद से 28 रन बनाए। वैसे उनको इस समय यह शॉट खेलने की जरूरत नहीं थी। पिछले दो मैचों की गलती उन्होंने यहां फिर दोहराई। इस कैच को लपकने के लिए शाह के अलावा फखर जमान भी दौड़े थे। दोनों टकराए भी, लेकिन शाह ने कैच नहीं छोड़ा। पावर प्ले के छह ओवर खत्म होने के समय भारत का स्कोर एक विकेट पर 62 रन था। राहुल भी 28 रन बनाकर 62 के स्कोर पर आउट हो गए।
91 रन पर भारत को बड़ा झटका लगा। सूर्यकुमार यादव अपने सबसे प्रिय स्वीप शॉट पर स्क्वायरलेग बाउंड्री के पास कैच हो गए। मोहम्मद नवाज की ऑफ स्टम्प की गेंद को सूर्यकुमार ठीक से टाइम नहीं कर सके। उन्होंने सिर्फ 13 रन बनाए। 10वें ओवर में भारत का स्कोर तीन विकेट पर 93 रन था। भारत के 100 रन 10.4 ओवरों में पूरे हुए। कोहली और ऋषभ पंत टीम को बड़े स्कोर की ओर ले जा रहे थे। तभी ऑफ स्पिनर शादाब की गेंद को गैरजरूरी तरीके से रिवर्स स्वीप कर पंत ने विकेट गंवा दिया। स्क्वायरलेग पर उनका कैच आसिफ अली ने पकड़ा। यह विकेट 126 रन पर गिरा।
हार्दिक पांड्या ने आज निराश किया। मोहम्मद हसनैन की धीमी शॉर्ट गेंद को वह समझ नहीं सके और मिडविकेट पर नवाज को कैच दे बैठे। यहां से भारतीय टीम पर दबाव बढ़ गया। पांड्या खाता भी नहीं खोल पाये थे। 15 वें ओवर तक भारत ने पांच विकेट पर 135 रन बना लिए थे। शुरुआत जैसी हुई, उसके मुकाबले यहां भारतीय टीम कम से कम 15 रन पिछड़ रही थी। भारत के 150 रन 18वें ओवर में पूरे हुए।
विराट कोहली ने अपना अर्धशतक 17वें ओवर में मोहम्मद हसनैन की गेंद पर मिडविकेट से छक्का मारकर पूरा कर लिया। इस टूर्नामेंट में कोहली का यह दूसरा अर्धशतक रहा। हालांकि इसके बाद तेजी से रन जुटाने के चक्कर में दीपक हुड्डा ने हसनैने की गेंद पर डीप मिडविकेट पर नवाज को कैच दे दिया। छठा विकेट 168 रन पर गिरा। 20वें ओवर में रऊफ के सामने कोहली स्ट्राइक पर थे। पहली गेंद वाइड हुई। दूसरी पर कोहली ने रन नहीं लिया बाकी दो गेंदों पर रन नहीं बना। चौथी गेंद पर कोहली ने स्क्वायरलेग में खेलकर दो रन लेना चाहा, लेकिन आसिफ के सीधे थ्रो पर कोहली आउट हो गए। उन्होंने अपनी पारी में चार चौके औऱ एक छक्का लगाया। सातवां विकेट 173 रन पर गिरा। बिश्नोई ने अंतिम दो गेंदों पर चौका लगाकर भारत का स्कोर 181 रन पर पहुंचा दिया।