दुबई। मेजबान श्रीलंका ने खराब शुरुआत से उबरते हुए रविवार को छठी बार एशिया कप का खिताब जीत लिया। रविवार को दुबई में फाइनल में उसने पाकिस्तान को 23 रन से हराया। श्रीलंका ने 20 ओवर में 170 रन बनाए, जिसके जवाब में पाकिस्तान की टीम 147 रन पर आउट हो गयी। श्रीलंका की जीत में भानुका राजपक्षे के अर्धशतक के अलावा वानिंदु हसरंगा और प्रमोद मधुशन की शानदार गेंदबाजी और शानदार क्षेत्ररक्षण रहा। मदुशन ने चार विकेट लिए। इसकेअलावा श्रीलंकाई क्षेत्ररक्षकों ने सभी कैच शानदार तरीके से पकड़े। प्लेयर ऑफ द मैच भानुका राजपक्षे को चुना गया। प्लेयर ऑफ सीरीज वानिंदु हसरंगा को चुना गया।
अंतिम 30 गेंदों पर पाकिस्तान को जीतने के लिए 70 रन बनाने थे। 102 रन के स्कोर पर करुणारत्ने ने मोहम्मद नवाज को आउट कर दिया। इसी ओवर में रिजवान ने पांचवीं गेंद पर छक्का लगाकर अपना अर्धशतक पूरा किया। हसरंगा ने 17वें और अपने चौथे ओवर की पहली गेंद पर रिजवान को डीप मिडविकेट पर गुणतिलका के हाथों कैच कराकर पाकिस्तान को संकट में डाल दिया। रिजवान ने 49 गेंदों पर चार चौके और एक छक्के की मदद से 55 रन बनाए। इसी ओवर में हसरंगा ने गुगली पर आसिफ अली को बोल्ड कर दिया। पाकिस्तान 111 पर छह विकेट। पांचवीं गेंद पर शादाब खान को शॉर्ट थर्डमैन पर तीक्ष्णा के हाथों कैच कराया। स्कोर 112 पर सात विकेट। 18वें ओवर की अंतिम गेंद पर तीक्ष्णा ने शादाब को कवर में गुणतिलका के हाथों कैच करा दिया। 19वें ओवर में मधुशन ने धीमी गेंद पर नसीम शाह को करुणारत्ने के हाथों कैच कराकर पाकिस्तान का नवां विकेट गिराया।
श्रीलंका के युवा गेंदबाज मधुशंका ने पहला ओवर काफी अनियंत्रित किया। पहली और दूसरी गेंद नोबॉल थी। इसके बाद तीन वाइड गेंदें फेकीं, जिसमें एक गेंद बाउंट्री के बाहर चली गई। इस तरह बिना गेंद फेके पाकिस्तान के नौ रन बन गए। हालांकि अगली छह गेंदों पर उन्होंने सिर्फ तीन रन दिये। ओवर में कुल 11 गेंदें फेकी गईं। पाकिस्तानी कप्तान बाबर आजम एक बार फिर असफल रहे। चौथे ओवर में प्रमोद मधुशन की वाइड गेंद को फ्लिक कर शॉर्ट फाइनलेग पर मधुशंका को कैच दे बैठे। उस समय पाकिस्तान के 22 रन बने थे। अगली गेंद पर मधुशन ने फखर जमान को बोल्ड कर दिया। जमान ऑफ स्टम्प के बाहर की गेंद को स्टम्प पर खेल बैठे। पावर प्ले के छह ओवरों में पाकिस्तान का स्कोर दो विकेट पर 36 रन था। 20वें ओवर की अंतिम गेंद पर करुणारत्ने ने रऊफ को बोल़्ड कर पाकिस्तान की पारी समेट दी।
पाकिस्तान के 50 रन आठवें ओवर में पूरे हुए। इसके बाद रिजवान और इफ्तिखार के बीच तीसरे विकेट के लिए अर्धशतकीय साझेदारी 44 गेंदों पर पूरी हुई। अंततः श्रीलंका को इफ्तिखार के रूप में तीसरी सफलता मिली। मधुशन की गेंद पर डीप मिडविकेट पर उनका ऊंचा केच अतिरिक्त खिलाड़ी बंडारा ने पकड़ा। इफ्तिखार ने दो चौके और एक छक्के की मदद से 32 रन बनाए। मधुशन का यह तीसरा विकेट रहा। पाकिस्तान के सौ रन 15वें ओवर में पूरे हुए।
इसके पहले मेजबान श्रीलंका ने खराब शुरुआत से उबरते हुए 170 रन का स्कोर खड़ा कर लिया। इसमें भानुका राजपक्षे के अर्धशतक और छठे विकेट के लिए वानिंदु हसरंगा के साथ उनकी अर्धशतकीय साझेदारी काफी अहम रही। राजपक्षे ने सातवें विकेट के लिए चमिका करुणारत्ने के साथ 31 गेंद पर 54 रन जोड़े। अंतिम दो गेंदों पर राजपक्षे ने एक चौका और एक छक्का लगाकर अपना स्कोर 71 रन तक पहुंचाया। इसमें उन्होंने 45 गेंदें खेलीं और छह चौके तथा तीन छक्के लगाए। करुणारत्ने 14 रन पर अविजित रहे। पाकिस्तान ने 2000 में ढाका में खेले गए फाइनल में श्रीलंका को हराकर एकमात्र बार यह कप जीता है, जबकि श्रीलंका पांच बार चैंपियन रही है।
पावर प्ले के छह ओवरों में पाकिस्तानी पेसरों ने काफी सधी हुई गेंदबाजी की। उन्हें पिच के अलावा हवा में भी स्विंग मिली, जिससे श्रीलंकाई बल्लेबाज परेशान रहे। इस समय तक मेजबान तीन विकेट गंवा चुके थे। इसके साथ ही पाकिस्तान इस टूर्नामेंट में पावर प्ले में सर्वाधिक 13 विकेट लेने वाली टीम बन गई।
स्पिनर इफ्तिखार अहमद ने आठवें ओवर में श्रीलंका को जबर्दस्त झटका देते हुए डिसिल्वा को अपनी ही गेंद पर कैच कर लिया। चौथा विकेट 53 रन पर गिरा। डीसिल्वा ने चार चौकों की मदद से 28 रन बनाए। कप्तान दासुन शनाका भी सस्ते में आउट हो गए। 10वें ओवर तक श्रीलंका का स्कोर पांच विकेट पर 67 रन था। श्रीलंका के 100 रन 14वें ओवर में पूरे हुए। इसके बाद भानुका राजपक्षे और वानिंदु हसरंगा ने 33 गेंदों पर 50 रन की साझेदारी पूरी की। दोनों ने कुछ अच्छे स्ट्रोक खेलकर निराश हो रहे श्रीलंकाई प्रशंसकों के चेहरों पर मुस्कान बिखेरी। हारिस रऊफ ने 15वें ओवर में हसरंगा को विकेट के पीछे कैच कराकर टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 50 विकेट पूरे किए। हसरंगा ने 21 गेंदों पर पांच चौके और एक छक्के की मदद से 36 रन बनाए।
कैच लेने में टकराए शादाब और आसिफ
18वें ओवर में रऊफ की गेंद पर शादाब ने राजपक्षे का कैच छोड़ा। राजपक्षे 46 रन पर थे। इस गेंद पर तीन रन भी बने। इसी ओवर की अंतिम गेंद पर राजपक्षे ने एक रन लेकर अर्धशतक पूरा कर लिया। उन्होंने इसके लिए 35 गेंदों पर पांच चौके और एक छक्का लगाया। 19वें ओवर की अंतिम गेंद पर शादाब और आसिफ अली मिडविकेट पर राजपक्षे का ऊंचा कैच पकड़ने में बुरी तरह टकरा गए और गेंद छह रन के लिए बाउंड्री के बाहर चली गई। शादाब को चेहरे पर चोट भी लगी। उन्हें मैदान से बाहर जाना पड़ा। इसके पहले भी फील्डिंग करते समय उन्हें सिर में गेंद लगी थी।