दुबई। एशियाकप के आधिकारिक मेजबान और पांच बार के चैंपियन श्रीलंका ने रोमांचक मुकाबले में बांग्लादेश को दो विकेट से हराकर सुपर-4 में प्रवेश कर लिया। बांग्लादेश की टीम दोनों मैच हारकर प्रतियोगिता से बाहर हो गई। श्रीलंका ने 184 रन का लक्ष्य चार गेंदें शेष रहते हासिल कर लिया। बांग्लादेश ने अंतिम क्षणों में मैच पर पकड़ मजबूत की थी, लेकिन डेथ ओवरों में नोबॉल के साथ अतिरिक्त रन देना उसे भारी पड़ गया। मैन ऑफ द मैच कुसल मेंडिस रहे।
श्रीलंका ने धीमी शुरुआत के बाद अचानक रन बटोरे। खासकर पांचवें ओवर में शाकिब अल हसन के ओवर में 15 रन आए। इसके बाद श्रीलंका को झटका लगा, जब तेजी से रन जुटा रहे पाथुम निसंका अपना पहला मैच खेल रहे इबादत हुसैन की गेंद पर आउट हो गए। उन्होंने 20 रन बनाए। इसी ओवर में हुसैन ने असलांका को आउट कर श्रीलंका को गहरे संकट में डाल दिया। छह ओवर के पावर प्ले में श्रीलंका का स्कोर दो विकेट पर 48 रन था। सातवें ओवर की पहली गेद पर मेंडिस ने चौका लगाकर श्रीलंका का स्कोर 50 के पार पहुंचाया। 10वें ओवर में श्रीलंका का स्कोर चार विकेट पर 80 रन था।
एक छोर से श्रीलंका के विकेट गिरते रहे तो दूसरे छोर पर कुसल मेंडिस तेजी से रन बनाने में जुटे थे। श्रीलंका के 100 रन 13वें ओवर की पहली गेंद पर पूरे हुए। कप्तान दासुन शनाका ने इबादत हुसैन की गेंद पर छक्का लगाकर यह पड़ाव पार कराया। मेंडिस ने इसके बाद अपना अर्धशतक 32 गेंदों पर चार चौके और दो छक्के की मदद से पूरा किया। इन दोनों बल्लेबाजों के बीच पांचवें विकेट के लिए पचास रन की साझेदारी 31 गेंदों पर पूरी हुई। हालांकि 15वें ओवर की तीसरी गेंद पर मेंडिस 60 रन बनाने के बाद मुस्ताफिजुर रहमान की गेंद पर आउट हो गए। उन्होंने 37 गेंदें खेलीं और चार चौके और तीन छक्के लगाए। इस समय श्रीलंका को जीतने के लिए 32 गेंदों पर 52 रन बनाने की जरूरत थी। 15 ओवर तक श्रीलंका ने पांच विकेट पर 137 रन बना लिए थे। 139 रन के स्कोर पर नए बल्लेबाज वानिंदु हसरंगा छठे विकेट के रूप में आउट हो गए। श्रीलंका के 150 रन 17वें ओवर में पूरे हुए। इसके बाद श्रीलंका को बड़ा झटका लगा जब टीम को जीत की ओर ले जा रहे शनाका 45 रन बनाने के बाद सातवें विकेट के रूप में आउट हो गये। उस समय श्रीलंका को जीत के लिए 13 गेंदों पर 26 रन बनाने थे।
शनाका के आउट होने के बाद चमिका करुणारत्ने ने तेजी से 16 रन बनाकर श्रीलंका की उम्मीदें कायम रखी थीं, लेकिन जीत से 12 रन पहले वह दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से रन आउट हो गए। उस समय सात और गेंदें फेकी जानी थीं। 19वें ओवर की आखिरी गेंद पर असिथा फर्नांडो ने चौका लगाया। अंतिम ओवर में श्रीलंका को जीतने के लिए आठ रन बनाने थे।
इसके पहले बांग्लादेश ने सात विकेट पर 183 रन बनाए। अंतिम ओवरों में बांग्लादेश के लिए मोसादक हुसैन ने नौ गेंदों पर 24 रन की तेज पारी खेली। इस दौरान उन्होंने चार चौके भी जड़े। उनके साथ तासकिन अहमद एक छक्के की मदद से 11 रन बनाकर अविजित रहे। श्रीलंका पर धीमे ओवर रेट के लिए जुर्माना भी लगाया गया। उसे एक अतिरिक्त फील्डर 30 गज के घेरे में रखना पड़ा।
बांग्लादेश के 50 रन 5.3 ओवरों में पूरे हुए। पावर प्ले के छह ओवरों में स्कोर एक विकेट पर 56 रन था। 10वें ओवर तक बांग्लादेश ने तीन विकेट पर 85 रन बना लिए थे। इस दौरान कप्तान शाकिब अल हसन ने टी-20 क्रिकेट में छह हजार रन पूरे कर लिये। हालांकि वह ज्यादा दूर नहीं जा सके। 24 रन के निजी स्कोर पर ऑफ स्पिनर तीक्षणा की गेंद पर बोल्ड हो गए। यह बांग्लादेश का चौथा विकेट था। बांग्लादेश के 100 रन 12.4 ओवरों में बने। 15वें ओवर में बांग्लादेश का स्कोर चार विकेट पर 123 रन था। इसके पहले बांग्लादेश के लिए मेहदी हसन ने दो चौके और दो छक्के की मदद से 26 गेंदों पर 38 रन की तेज पारी खेली थी।
शाकिब के आउट होने के बाद महमूदुल्लाह और अफीफ ने काफी तेजी से रन जुटाए। इन दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 37 गेंदों में 57 रन जोड़े। 17वें ओवर में यह जोड़ी टूटी जब अफीफ को मधुशंका ने आउट किया। अफीफ ने चार चौके और दो छक्के की मदद से 22 गेंदों में 39 रन बनाए। 18वें ओवर में हसरंगा ने अपनी पहली गेंद पर महमूदुल्लाह को आउट कर दिया। महमूदुल्लाह ने 22 गेंदों पर 27 रन बनाए। इसके बाद इसी ओवर में बांग्लादेश के 150 रन पूरे हुए।