दुबई। एशियाकप क्रिकेट में भारत और अफगानिस्तान की टीमें सुपर-4 में पहुंच चुकी हैं। अफगानिस्तान की टीम बांग्लादैश और श्रीलंका जैसी अपेक्षाकृत मजबूत टीमों को आसानी से हराकर शीर्ष पर पहुंची, जबकि भारत को इसके लिए खासा मशक्कत करनी पड़ी। इसकी वजह का भारतीय टीम प्रबंधन निश्चित रूप से आकलन किया होगा।
यूएई में दुबई हो या शरजाह, दोनों जगह पिचों का व्यवहार रोमांचक क्रिकेट के मुफीद कहा जा सकता है। पिचें धीमी हैं और इनपर गेंद ठहरकर आ रही है। ऐसी स्थिति में पेसरों के मुकाबले यहां स्पिनरों के लिए अच्छे मौके हैं और यह अबतक के मैचों से साबित भी हुआ है। जहां तक भारत के मैचों का सवाल है, हांगकांग के खिलाफ भारत ने जीतने लायक स्कोर अंतिम पांच ओवरों में बनाया। इन ओवरों में 78 रन बने। इनमें भी 17वें ओवर में महज चार रन बने थे। यह ओवर स्पिनर एहसान खान ने किया था और ज्यादातर गेंदें उन्होंने यार्कर लेंग्थ पर डालीं।
भारत ने 192 रन का स्कोर खड़ा किया तो इसमें अफगान मध्यम तेज गेंदबाजों पर ही ज्यादा रन बने। स्पिनर अपेक्षाकृत काफी किफायती रहे। भारत की ओर से भी युज्वेंद्र चहल और रवींद्र जडेजा ने अपने कुल आठ ओवरों में सिर्फ 33 रन खर्च किए,जबकि आवेश खान औऱ अर्शदीप सिंह ने आठ ओवरों में 97 रन लुटा दिये।
पिचों के मिजाज को देखते हुए भारत को सुपर-4 में जीत सुनिश्चित करने के लिए टीम चयन में काफी सतर्कता बरतनी होगी। तेज और स्पिन गेंदबाजी के बीच का संतुलन काफी अच्छा है। आगे के मैचों में तीन तेज गेंदबाज और तीन स्पिनरों के साथ टीम उतरे तो यह बेहतर होगा। इनमें तीन ऑलराउंडर हो सकते हैं। इसे गौर किया जाय तो तेज गेंदबाजी में भुवनेश्वर कुमार और अर्शदीप सिंह के साथ हार्दिक पांड्या होंगे। पांड्या ऑलराउंडर हैं। स्पिन की बात की जाय तो युज्वेंद्र और जडेजा के साथ रविचंद्रन अश्विन या दीपक हुड्डा को उतारा जा सकता है। हुड्डा ऊपरी क्रम के बेहतरीन बल्लेबाज हैं और मौके पर ऑफ स्पिन गेंदबाजी कर सकते हैं। इसकी जरूरत इसलिए भी है, क्योंकि चहल और जडेजा लेगस्पिनर हैं। अश्विन ऑफ स्पिन गेंदबाजी के साथ निचले क्रम में तेजी से रन जुटाने में भी सक्षम हैं।
ऐसी स्थिति में बल्लेबाजी क्रम में दिनेश कार्तिक और ऋषभ पंत में से कोई एक ही विकेटकीपर एकादश में होगा। अगर भारतीय टीम इस फार्मूले पर चलती है तो सुपर-4 में टीम कुछ ऐसी दिख सकती है-
रोहित शर्मा, केएल राहुल, विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव, ऋषभ पंत, हार्दिक पांड्या, रवींद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन या दीपक हुड्डा, भुवनेश्वर कुमार, अर्शदीप सिंह और युज्वेंद्र चहल।