राजकोट। बल्ले और गेंद के सही संतुलन का परिणाम रहा कि भारत ने शुक्रवार को दक्षिण अफ्रीका को यहां 83 रन से हराकर पांच मैचों की शृंखला में बराबरी हासिल कर ली। शृंखला का पांचवां और निर्णायक मैच रविवार को बेंगलुरु में खेला जाएगा। भारत के लिए दिनेश कार्तिक ने अर्धशतक जमाया और हार्दिक पांड्या के साथ मिलकर टीम को संकट से उबारा उसके बाद आवेश खान ने कहर बरपाती गेंदबाजी करते हुए चार ओवरों में 18 रन देकर चार विकेट चटकाए। उन्हें गेम चेंजर ऑफ द मैच चुना गया। भारत के 168 रन के जवाब में दक्षिण अफ्रीकी टीम नौ विकेट पर 87 रन ही बना सकी। दक्षिण अफ्रीका ने पावर प्ले में भी काफी कम रन बनाए थे।
दक्षिण अफ्रीकी कप्तान तेंबा बावुमा तीसरे ओवर में भुवनेश्वर कुमार की गेंद पर कंधे और चेहरे पर चोट लगने से रिटायर हर्ट हो गए। क्विंटन डिकॉक प्रिटोरियस के साथ रन लेने में गलतफहमी का शिकार होकर रन आउट हो गए। आवेश खान को आखिरकार सीरीज का पहला विकेट मिल ही गया, जब उन्होंने प्रिटोरियस को विकेट के पीछे पंत के हाथों कैच करा दिया। नवें ओवर की दूसरी गेंद पर चाहल ने क्लासेन को पगबाधा आउट कर पहली गेंद पर चौका लगाने का बदला चुका लिया। 59 के स्कोर पर हर्षल पटेल ने दक्षिण अफ्रीका को जबर्दस्त झटका दिया, जब फार्म में चल रहे डेविड मिलर गेंद को भांप नहीं सके और बोल्ड हो गए। दबाव में आ चुके वान डर डुसैन आवेश की गेंद पर छक्का लगाने के प्रयास में मिडविकेट पर गायकवाड को कैच दे बैठे। इसी ओवर में आवेश की तीसरी गेंद जेनसन के हेलमेट पर लगी और अगली गेंद पर वह मिडविकेट पर गायकवाड को कैच दे बैठे। आवेश ने इसी ओवर में तीसरा विकेट केशव महाराज को मिड ऑन पर श्रेयस के हाथों कैच कराकर लिया।
कप्तान पंत 15वें ओवर में युज्वेंद्रा को ऑफ स्टंप के बाहर धीमी गेंद फेकने को कह रहे थे। युज्वेंद्रा ने यह गेंद फेकी और नोर्त्जे का विकेट हासिल कर लिया।17वें ओवर की पांचवीं गेंद पर अक्षर पटेल ने अंतिम बल्लेबाज एनगिडी को आउट कर टीम को जीत दिला दी। चोटिल कप्तान बावुमा बल्लेबाजी करने नहीं उतरे
इसके पहले भारत के प्रमुख बल्लेबाजों के निराशाजनक प्रदर्शन के बीच हार्दिक पांड्या और दिनेश कार्तिक की ताबड़तोड़ बल्लेबाजी से टीम का स्कोर 169 तक पहुंच सका। दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों ने शुरुआत काफी अच्छी की थी, लेकिन अंतिम ओवरों में रन का प्रवाह नहीं रोक सके। पांड्या और कार्तिक ने 39 गेंदों पर 65 रन की साझेदारी करते हुए स्कोर को 150 के पार पहुंचाने में मदद की।
एक समय भारत 13वें ओवर में 81 रन पर चार विकेट गंवाकर संकट की स्थिति में दिख रहा था। विशाखापत्तनम में जोरदार अर्धशतक बनाने वाले सलामी बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड एकबार फिर असफल रहे। लुंगी एनगिडी की ऑफ स्टंप के बाहर जाती गेंद पर बिना लाइन में आए बल्ला अड़ाकर विकेटकीपर कीपर डिकॉक को आसान सा कैच दे दिया। इस सीरीज में असफल चल रहे बल्लेबाज श्रेयस अय्यर भी गलत फुटवर्क के चलते जेसन की गेंद पर पगबाधा हुए।
इस सीरीज में फार्म में चल रहे इशान किशन ने 24 रन पर दो विकेट गिरने के बाद तेजी से रन जुटाने की कोशिश की। वह कुछ हद तक सफल हुए, लेेकिन सातवें ओवर में नोर्त्जे की पहली गेंद को विकेटकीपर के ऊपर से मारने के प्रयास में डिकॉक को कैच थमा बैठे। इससे भारतीय टीम पर दबाव काफी बढ़ गया। ऋषभ पंत की बल्लेबाजी देखकर लगा कि कप्तानी का दबाव वह झेल नहीं पा रहे हैं। पंत की कमजोरी भी दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों ने पकड़ रखी है। वह अक्सर शरीर से दूर की गेंदपर शॉट खेलने में आउट हुए हैं। इस सीरीज में भी यह तीसरा मौका था।
भारत ने वही टीम रखी, जो पिछले तीन मैचों में खेली थी। दूसरी ओर दक्षिण अफ्रीका की टीम में तीन परिवर्तन किये गए। विकेटकीपर क्विंटन डिकॉक की वापसी हुई, जबकि ऑलराउडर मार्को जेसन और सीमर लुंगी एनगिडी को शृंखला में पहली बार मौका दिया गया।
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