वाराणसी। बीएचयू में काफी प्रतिभाएं हैं और इसके वैश्विक संस्था बनने की काफी संभावनाएं हैं। यहां शिक्षा और शोध से जुड़े लोगों को पेटेंट के लिए गंभीरता से प्रयास करना चाहिए और बौद्धिक संपदा के इस्तेमाल के अवसरों की तलाश करनी चाहिए।
यह बात बीएचयू के भौतिकी विभाग के प्राध्यापक और आईपीआर सेल की टास्क फोर्स के अध्यक्ष प्रो. बीके सिंह ने महिला महाविद्यालय के प्राणी विज्ञान विभाग में (बौद्धिक संपदा अधिकारों के वर्तमान परिप्रेक्ष्य) विषय पर आयोजित राष्ट्रीय वेबिनार में कही। उन्होंने कहा कि वैश्विव रैंकिंग में सुधार के लिए बीएचयू में प्रकाशनों की संख्या और गुणवत्ता बढ़ानी होगी। आईआईटी खड़गपुर की डॉ. गौरी गर्गेट ने कॉपीराइट, ज्ञान अर्थव्यवस्था, पेटेंट पर चर्चा की। उन्होंने बौद्धिक संपदा की प्रमुख चुनौतियों को रेखांकित किया।
वेबिनार की अध्यक्षता महिला महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. इनु मेहता ने की। संयोजक प्रो. सुनीता सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया। संचालन प्रो. करुणा सिंह ने किया। वेबिनार के संयोजन में प्रो. पूनम सिंह, प्रो. रश्मि सिंह, डॉ. गौतम गीता, डॉ. उमा कुमारी, डॉ. सुभासिनी, डॉ. अनिमा त्रिपाठी, डॉ. गणेश कुमार मौर्य का सहयोग रहा।